
जानिये जूली की सॉरी के बाद विधानसभा से डोटासरा की गैर मौजूदगी पर क्या बोले प्रभारी रंधावा!
RNE Jaipur.
क्या राजस्थान कांग्रेस में सचिन-गहलोत की तर्ज पर जूली-डोटासरा समीकरण बन रहे हैं? यह सवाल विधानसभा में हाल ही हुए घटनाक्रम के बाद पूरे राजस्थान के राजनीतिक गलियारों मंे गूंज रहा है। रविवार को राजस्थान आये प्रभारी सुखजिंदरसिंह रंधावा से भी यह सवाल उस वक्त हुआ जब जूली और डोटासरा उनके साथ मौजूद थे। रंधावा ने इसका जवाब गोल-मोलकर घुमा दिया वहीं डोटासरा ने इस मुद्दे पर विधानसभा में ही कुछ कहने की बात कहकर कन्नी काट ली।
पहले जानिये मामला क्या है !
दरअसल राजस्थान विधानसभा में एक मंत्री की ओर से इंदिरा गांधी के बारे में ‘आपकी दादी’ शब्द का उपयोग किया गया था। इस पर विधायक और कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा बिफर गये थे। वे भी आवेश में ऐसा बोल गये कि हंगामा हो गया। डोटासरा सहित कांग्रेस के छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया। विधानसभा में कांग्रेस विधायकों का धरना चला।जूली ने सॉरी बोला:
आखिरकार मुख्यमंत्री भजनलाल के हस्तक्षेप पर सदन में गतिरोध समाप्त हुआ और डोटासरा के वक्तव्य के लिए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में सॉरी बोला। यहां गौरतलब यह भी अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने यहां तक कह दिया कि डोटासरा विधायक बनने लायक ही नहीं है।
डोटासरा सदन में नहीं आये:
इस प्रकरण के बाद से ही डोटासरा विधानसभा में नजर नहीं आये। कयास लगाये जा रहे हैं कि वे जूली की ओर से जिस तरह सॉरी बोला गया और उसके बाद अध्यक्ष देवनानी ने उनके बारे में जो शब्द कहे उसके बावजूद पार्टी के विधायका की ओर से पुरजोर विरोध नहीं होने से डोटासरा नाराज है। यहां यह भी कयास लगाया जा रहा है कि इस एक घटनाक्रम ने सदन में जूली को आगे ला दिया और डोटासरा साइड लाइन होते नजर आये।
क्या बोले रंधावा:
इससे जुड़े सवाल पर रविवार को प्रभारी सुखजिंदरसिंह रंधावा ने कहा, इस बारे में मैंने प्रदेशाध्यक्षजी से बात की है। उन्होंने साफ कहा है कि सदन में वे नेता प्रतिपक्ष से राय-मशविरा करके उनके कहे अनुसार ही काम करेंगे। अलबत्ता रंधावा ने इस मसले पर अध्यक्ष देवनानी को आड़े हाथों लिया। कहा, सदन में ऐसे और इससे भी गंभीर मामले आते रहते हैं लेकिन जिस तरह का स्टैंड लिया गया वह उचित नहीं है। अध्यक्ष को ऐसा स्टैंड नहीं लेना चाहिये था।डोटासरा बोला, सदन की बात का जवाब सदन में दूंगा:
इस संबंध में विधायक एवं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने सवाल से कन्नी काट ली। बोले, सदन की बात का जवाब सदन में ही दूंगा। बाहर नहीं दूंगा। मुख्यमंत्री की ओर से बार-बार जिक्र किये जाने के सवाल पर बोले, यह मेरे लिये खुशी की बात है कि मेरी गैर मौजूदगी में भी सदन में मुख्यमंत्री मुझे बार-बार याद करते हैं।